An Unbiased View of shayari in hindi
An Unbiased View of shayari in hindi
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कुछ बात तो है इस दिल को बेकरार किया उसने। ~एकांत नेगी
अंधेरा हर तरफ और मैं दीपक की तरह जलता रहा।
झुकाकर पलकें शायद कोई इकरार किया उसने,
जो सूख जाये दरिया तो फिर प्यास भी न रहे,
मैं धीरे-धीरे उनका दुश्मन-ए-जाँ बनता जाता हूँ,
न जाने उससे मिलने का इरादा कैसा लगता है,
क़यामत देखनी हो अगर चले जाना किसी महफ़िल में,
महफ़िल में रह के भी रहे तन्हाइयों में हम,
ख्यालों और सांसों का हिसाब है ज़िन्दगी,
मैं घर का रास्ता भूला, जो निकला आपके शहर से,
कभी उनकी याद आती है कभी उनके ख्वाब आते हैं,
जर्रे-जर्रे में वो है और कतरे-कतरे में तुम।
मैं जागता हूँ तेरा ख़्वाब देखने के लिए।
नजर तुमसे जो मिल shayari in hindi जाये ज़माना भूल जाता हूँ।